65 साल की महिला को अत्याधुनिक एंजियोप्लास्टी तकनीक की मदद से बाईपास जैसे बड़े ऑपरेशन से बचाया..

65 साल की महिला को अत्याधुनिक एंजियोप्लास्टी तकनीक की मदद से बाईपास जैसे बड़े ऑपरेशन से बचाया

अंतर्राष्ट्रीय स्तर की जटिलतम एंजियोप्लास्टी (ह्रदय की नसों में छल्ले डालना) के क्रम में BIMR Advanced Cardio Vascular Centre की एक और सफलता । गत दिनों ह्रदय आघात की एक मरीज जिनकी ह्रदय की तीनों मुख्य धमनी में १००% व ९९% ब्लॉक थे , जिसके लिए शहर के अधिकांश ह्रदय रोग विशेषज्ञ केवल Bypass Surgery की सलाह दे चुके थे ।

मरीज को अत्यंत गंभीर स्थिति में बीआईएमआर हॉस्पिटल्स में भर्ती किया गया । डॉ. धीरज जेसवानी ने रोगी का बिना चीरे के अत्याधुनिक तकनीक से हाथ की नस द्वारा ५ छल्ले डालकर सफल इलाज किया जिसके फलस्वरूप ऑपरेशन के कुछ समय बाद ही मरीज चलने वाली अवस्था में आ गया । डॉ. धीरज जेसवानी ने बताया की मरीज के ऑपरेशन के दौरान उसकी धड़कनों को टेम्पररी पेसमेकर के द्वारा चालू रखा गया जिसे ऑपरेशन के पश्चात ही हटा दिया गया ।
रोगी को आयुष्मान योजना के अंतर्गत पूरा उपचार निःशुल्क किया गया । उक्त रोगी को शहर के अधिकांश वरिष्ठ ह्रदय रोग विशेषज्ञों ने बाईपास सर्जरी कराने के लिये रेफर किया था । अभी तक इन जटिलतम उपचारों के लिये रोगी दिल्ली ही जाते थे ।
डॉ. धीरज जेसवानी जी ने बताया की हमें दिल से सम्बंधित किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए अगर आपको सीने में दर्द, घबराहट, सांस फूलना जैसे कोई भी लक्षण दिख रहे है तो हमें बिना देर किये तुरंत ही अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए वरना ये लापरवाही बड़ी जानलेवा बीमारियों का रुप धारण कर लेती है । वर्तमान में BIMR Advanced Cardio Vascular Centre में उपरोक्त सभी प्रकार के कार्डियक प्रोसीजर की सुविधा उपलब्ध है तथा आयुष्मान योजना के अंतर्गत निःशुल्क है । डॉ. धीरज जेसवानी ने बताया की BIMR एडवांस्ड Cardio Vascular Centre अब ह्रदय एवं अन्य नसों की रुकावट का छल्ले द्वारा इलाज करने में क्षेत्र का अग्रणीय संस्थान है ।

0Shares

Post Author: Javed Khan