यह अर्णब गोस्वामी कौन होते हैं..? यह कहने वाले के संसद से सेंगोल नहीं हटेगा.!

भारत की संसद में इस समय यह बहस चल रही है कि लोकतंत्र में राजतंत्र के प्रतीक सेंगोल की स्थापना क्यों की गई है..

कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के सांसद यह सवाल उठा रहे हैं कि सेंगोल की जगह भारतीय संविधान की बड़ी प्रति स्थापित की जानी चाहिए…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछली लोकसभा के कार्यकाल में राजतंत्र के प्रतीक के रूप में सैंगोल थामा था.. और sengol की स्थापना संसद में की थी…लेकिन अभी यह फिर चर्चा में है कि आखिर राजतंत्र के प्रतीक की संसद में क्या जरूरत है..

एक टीवी डिबेट में पत्रकार अर्नब गोस्वामी  लोगों से बात करते हुए सेंगोल पर बहस कर रहे हैं कि संसद से सेंगोल नहीं हटेगा..!आखिर एक पत्रकार और टीवी चैनल के एंकर को इतना जोश में आने की क्या जरूरत है.. की वो एक राजनीतिक दल या सरकार का प्रवक्ता बनकर इस हैसियत से डिबेट करें..लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की यह गत बनाने वाले ऐसे ही पत्रकार जिम्मेदार है..

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