आखिर CMHO पर क्यों भारी पड़ रहा है एक नेत्र सहायक..? आशा कार्यकर्ताओं पर ज़्यादती करने वाले नेत्र सहायक को हटाने के दो माह बाद फिर से डबरा में कर दिया पदस्थ..

आखिर CMHO पर क्यों भारी पड़ रहा है एक नेत्र सहायक..

आशा कार्यकर्ताओं पर ज़्यादती करने वाले नेत्र सहायक को हटाने के दो माह बाद फिर से डबरा में कर दिया पदस्थ..

ग्वालियर – स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ के रूप में आशा कार्यकर्ताओं को पहचाना जाता है.. लेकिन ग्वालियर अंचल के देहाती क्षेत्र में पदस्थ आशा कार्यकर्ताओं की उम्मीद अपने ही अधिकारियों और वरिष्ठों की प्रताड़ना के चलते टूटती जा रही है..
ग्वालियर के डबरा ब्लॉक में पदस्थ ऐसी ही करीब ढाई सौ कार्यकर्ता सिविल हॉस्पिटल डबरा में पदस्थ एक नेत्र सहायक की प्रताड़ना और बदतमीजी के चलते करीब दो माह पहले कलेक्टर ग्वालियर को शिकायत कर चुकी है.. उसे समय नेत्र सहायक को हटा दिया गया था.. लेकिन अभी अब फिर उसी दोषी नेत्र सहायक की नियुक्ति करके आशा कार्यकर्ताओं की मुश्किलें बढ़ा दी गई है..

— ग्वालियर जिले के डबरा ब्लॉक से ग्वालियर कलेक्ट्रेट की चौखट और जनसुनवाई में आई ये आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि सिविल अस्पताल डबरा के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत मानसेवी आशा कार्यकर्ताओं को एक बार फिर से प्रताणित करने के लिये उच्च अधिकारियों द्वारा पूर्व में हटाये गये भ्रष्ट कर्मचारी नेत्र सहायक अतेंद्र रावत को बी सी एम के पद पर कार्य करने हेतु आदेशित किया गया है.. जिसे माह फरवरी 2024 में आशा कार्यकर्ताओं से अवैध बसूली तथा अमदत्तापूर्ण व्यवहार एवं सोशल मीडिया द्वारा संज्ञान में लाने के कारण बी सी एम के कार्य से मुक्त कर विभागीय जाच के आदेश किये गये थे।

उसके बाद उक्त पद पर पूर्व में कार्यरत कर्मचारी को कार्य करने हेतु आदेशित किया था.. जो वर्तमान में अपने कार्य को उचित प्रकार से कर रहा था। जबकि इस संस्था पर वास्तविक पदस्थापना के कर्मचारी धर्मवीर शुक्ला से जिले पर कार्य लिया जा रहा है। लेकिन 31 जुलाई को डबरा बी एम ओ की अनुशंसा पर cmho ग्वालियर द्वारा पुनः उसी विवादित भ्रष्ट कर्मचारी नेत्र सहायक अतेंद्र रावत को उक्त पद पर बिना जाच पूर्ण हुये पदभार ग्रहण करने का आदेश जारी किया गया। जिससे हम सभी आशा कार्यकर्ताओं के मान सम्मान को काफी ठेस पहुंची है..
अपनी फरियाद रो रो कर भरे हुए गले से करते हुए कहा है कि ये कर्मचारी सभी से गलत व्यवहार करता है..अभद्र भाषा का प्रयोग कर हमे लज्जित करता है.. और पद से हटाने की धमकी देकर सभी प्रकार से प्रताणित करता है। आशा कार्यकर्ताओं का दर्द है कि इतना लज्जित और डांट फटकार तो उनके पति भी नहीं करते हैं..जनसुनवाई में मौजूद जिला पंचायत के सीईओ विवेक सिंह ने सीएमएचओ ग्वालियर को मौके पर बुलाकर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत कर स्थिति स्पष्ट करने के निर्देश दिए हैं

बातचीत source
–सखी सोलंकी — पीड़ित आशा कार्यकर्ता
– विवेक कुमार सिंह– सीईओ -जिला पंचायत, ग्वालियर..

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