एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया की class– ABN सीनियर सेकंडरी स्कूल में लगाया साइबर अवेयरनेस की कार्यशालाओं का तिहरा शतक.

■ *इंदौर पुलिस के साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता के महाअभियान ने किया एक और पड़ाव पार।*

■ *एडिशनल डीसीपी श्री राजेश दंडोतिया ने ABN सीनियर सेकंडरी स्कूल में लगाया साइबर अवेयरनेस की कार्यशालाओं का तिहरा शतक।*

■ *स्टूडेंट्स को साइबर पाठशाला में दिया ये ज्ञान कि “बेशक नई-नई तकनीकों एवं सुविधाओं का करें उपयोग, परंतु सतर्कता और सावधानी नहीं रखी तो आपके डाटा का हो सकता है दुरुपयोग।”*

इंदौर पुलिस द्वारा साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिये, इसके प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से लगातार विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। भारत सरकार द्वारा भी इस माह को नेशनल साइबर सिक्युरिटी अवेरनेस मंथ के रूप में मनाया जा रहा है। इसी अनुक्रम में आन दिनांक 08.10.24 को अति. पुलिस उपायुक्त क्राइम इंदौर, पुलिस टीम के साथ ABN सीनियर सेकंडरी स्कूल छत्रीबाग इंदौर में पहुंचकर स्टूडेंटस को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक किया

सायबर अवेयरनेस के तहत ABN स्कूल इंदौर में आयोजित कार्यक्रम में एडीशनल डीसीपी क्राइम श्री राजेश दंडोतिया ने, अपनी 300 वीं कार्यशाला में करीब 500 स्टूडेंट्स व टीचर्स को वर्तमान समय के साइबर अपराधों के विषय में बताते हुए, पुलिस के पास आने वाली साइबर अपराधों की केस स्टडी के माध्यम से विभिन्न प्रकार के ऑनलाइन फ्रॉड, फाइनेंशियल फ्रॉड तथा सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर, किस प्रकार अपराधी हमें अपना शिकार बनाते हैं आदि के बारे में जानकारी दी।

विदित हो कि, साइबर अपराधों के प्रति लोगों को जागरूक करने के अभियान के तहत इंदौर पुलिस द्वारा लगातार स्कूल/कॉलेज, संस्थानों, बैंक, औघोगिक इकाईयों, कॉलोनियों, में बच्चों से लेकर बुजुर्गो तक के हर जाति वर्ग के लोगों के बीच जाकर उन्हें साइबर अपराधों से बचाने के लिये जागरूक किया जा रहा है। साइबर अवेयरनेस के इस महाअभियान में एडीशनल डीसीपी क्राइम इंदौर श्री राजेश दंडोतिया भी कार्यशालाओं व सोशल मीडिया आदि के माध्यम से भी जागरूकता की अलख जगा रहे हैं। इसी के अंतर्गत आज उनकी ये 300 वीं कार्यशाला थी, जिसमें उन्होंने वर्चुअल वर्ल्ड के विभिन्न नई नई तकनीकों के साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का दुरुपयोग करके भी किस प्रकार के साइबर अपराध किये जा सकते हैं बताया। साथ ही साइबर अपराध होने पर हेल्पलाइन-1930, cybercime.gov.in तथा इंदौर पुलिस की साइबर हेल्पलाइन 704912445 आदि पर किस प्रकार शिकायत करें तथा पुलिस इन पर किस प्रकार कार्यवाही करती है और साइबर अपराधों से बचने के लिए किन बातों का ध्यान रखें आदि के संबंध में कई केस के माध्यम से प्रैक्टिकली ज्ञान दिया।

उन्होंने सभी से कहा कि, चूंकि हम सभी आजकल ज्यादा से ज्यादा काम और पढ़ाई भी ऑनलाइन ही कर रहे है, और इस दिन प्रतिदिन बदलती नई-नई टेक्नोलॉजी का उपयोग कर साइबर क्रिमिनल्स नित नए तरीकों से साइबर अपराधों को अंजाम दे रहे है, इसलिए और ज्यादा सतर्क और सावधान रहना जरूरी है।
अंतः हम पूर्ण सतर्कता और सावधानी के साथ डिजिटल लेन देन, सोशल मीडिया का उपयोग करें, अनजान लिंक पर क्लिक करने व ऑनलाइन गेम खेलने मे भी ध्यान रखें और अपनी निजी जानकारी किसी से भी शेयर न करें।

इस अवसर पर संस्थान के स्टूडेंटस, सहित फैकल्टी, एडमिनिस्ट्रेशन आदि स्टाफ भी उपस्थित रहा, जिन्होनें भी साइबर सुरक्षा की बारिकियों को समझा और पुलिस के इस जागरूकता अभियान की तारीफ की।

*इंदौर पुलिस के साइबर अपराधों के प्रति लोगों को जागरूक करने के इस अभियान के तहत, कोई स्कूल/कॉलेज, संस्थान, इकाई कॉलोनी आदि में भी साइबर अवेयरनेस की कार्यशाला आयोजित करना चाहता है या कोई जानकारी चाहता है तो वह इंदौर पुलिस के नंबर 7049108197 पर संपर्क कर सकता है।

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Post Author: Javed Khan