मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने रविवार शाम को नई दिल्ली में चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की।
◆ 11 अप्रैल से 19 मई तक लोकसभा की कुल 543 सीटों पर सात चरणों में 2019 के चुनाव होंगे।
◆ निर्वाचन आयोग ने आम चुनाव का बिगुल फूंक दिया है। लोकसभा चुनावों का पहला चरण अगले महीने की 11 तारीख को, दूसरा चरण 18 अप्रैल, तीसरा 23 अप्रैल, चौथा 29 अप्रैल, 6 मई को पांचवा, 12 मई को छठा चरण और 19 मई को लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण की तारीख है।
◆ दो चरणों में कर्नाटक, मणिपुर, राजस्थान, त्रिपुरा में मतदान होगा। तीन चरणों में असम और छत्तीसगढ़, चार चरणों में झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और ओडिशा।
जम्मू और कश्मीर के पांच चरण होंगे और पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश के सात चरण होंगे।
◆ पहले चरण में 20 राज्यों की 91 सीटों, दूसरे चरण में 13 राज्यों की 97 सीटों, तीसरे चरण में 14 राज्यों की 115 सीटों, चौथे चरण में 9 राज्यों की 71 सीटों, पांचवें दौर में 7 राज्यों की 51, छठे चरण में 7 राज्यों की 59 सीटों और सातवें चरण में 8 राज्यों की 59 सीटों पर वोटिंग होगी।
◆ 22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एक चरण में ही वोटिंग होगी
आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, केरल, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, पंजाब, सिक्किम, तेलंगाना, तमिलनाडु, उत्तराखंड, अंडमान-निकोबार, दादर एवं नागर हवेली, दिल्ली, पुदुचेरी, चंडीगढ़ में एक ही राउंड में मतदान होगा।
◆ लोकसभा चुनावों की मतगणना 23 मई को होगी।
◆ आयोग ने आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश एवं सिक्किम में विधानसभा चुनावों का भी ऐलान किया। यहां लोकसभा की वोटिंग के साथ विधानसभा के लिए भी मतदान कराया जाएगा। 12 राज्यों की 34 विधानसभा सीटों के उपचुनाव के लिए भी लोकसभा चुनाव के साथ ही मतदान होगा।
● यूपी, बिहार और बंगाल में 7 राउंड में वोटिंग
सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश, 40 सीटों वाले बिहार और 42 सीटों वाले पश्चिम बंगाल में सभी 7 चरणों में मतदान होगा।
चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ पूरे देश में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। अब सरकार की ओर से किसी भी नई योजना का ऐलान नहीं किया जा सकेगा।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ आकलन बैठकें जनवरी में हुई थीं। उन्होंने कहा कि 17वीं लोकसभा चुनाव के लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं।
● हर मशीन में होगी VVPAT की सुविधा
इस बार सभी पोलिंग स्टेशनों पर वीवीपैट मशीनें होंगी। इससे वोटर्स को यह पता चल सकेगा कि उसकी ओर से दिया गया वोट सही उम्मीदवार को ही पड़ा है या नहीं। यही नहीं ईवीएम की भी कई स्तरीय सुरक्षा होगी। चुनाव में हर उम्मीदवार को फॉर्म 26 भरना होगा। देश भर में कुल 10 लाख पोलिंग स्टेशनों पर मतदान कराया जाएगा। 2014 में यह संख्या 9 लाख के करीब थी। सभी मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगे होंगे। पूरी चुनावी प्रक्रिया की विडियोग्राफी भी होगी।
● उम्मीदवारों को देना होगा PAN, तीन बार ही अखबारों में ऐड
चुनाव प्रचार के लिए ईको-फ्रेंडली सामग्री के इस्तेमाल की भी सलाह दी गई है। कोई भी उम्मीदवार समाचार पत्र में 3 बार ही विज्ञापन दे सकेगा। यदि कोई उम्मीदवार अपने PAN कार्ड की जिम्मेदारी नहीं देता है तो उसकी उम्मीदवारी निरस्त कर दी जाएगी। उम्मीदवार चुनाव प्रचार के लिए रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक लाउडस्पीकर का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। सोशल मीडिया पर खर्च की गई रकम को भी उम्मीदवारों के चुनावी खर्चे में जोड़ा जाएगा। सभी उम्मीदवारों को अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स की जानकारी चुनाव आयोग को देनी होगी।
● 90 करोड़ वोटर कर सकेंगे मताधिकार का इस्तेमाल
इस आम चुनाव में 90 करोड़ वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। 2014 से अब तक 8.4 करोड़ मतदाता बढ़े हैं। 1.5 करोड़ मतदाता 18 से 19 साल के हैं। बीते चुनाव में 81 करोड़ वोटर थे। देश भर के 99.3 पर्सेंट मतदाताओं के पास मतदाता पहचान पत्र हैं। 1095 पर SMS के जरिए भी लोग मतदाता सूची में अपना नाम खोज सकते हैं। यह नंबर टोल फ्री है। तारीखों के ऐलान के 10 दिन बाद वोटिंग लिस्ट में कोई बदलाव नहीं होगा। हर घर को वोटर गाइड कार्ड दिया जाएगा। सबसे कम लक्षद्वीप में 49,922 वोटर होंगे। सबसे ज्यादा मल्काजगिरी में 31,83,325 मतदाता है।
● 21वीं सदी में जन्मे लोग पहली बार चुनेंगे केंद्र सरकार
दिलचस्प तथ्य यह है कि यह पहला ऐसा आम चुनाव है, जब 21वीं सदी में जन्मे लोग मतदान कर सकेंगे। 2014 में हुए आम चुनाव के दौरान इस सदी में जन्मे लोगों की आयु 18 वर्ष नहीं थी, अब इस चुनाव में वे पहली बार देश की सरकार चुनने के लिए वोट डाल सकेंगे। मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि दुनिया में करीब 40 लोकतांत्रिक देश हैं, लेकिन पारदर्शिता के मामले में भारत अव्वल देशों में से एक है।
● 2014 में 9 चरणों में हुआ था मतदान
वर्तमान लोकसभा का कार्यकाल 3 जून को समाप्त हो रहा है। पिछले आम चुनावों की बात करें तो 2014 में 9 चरणों के चुनाव के लिए 5 मार्च को कार्यक्रम की घोषणा की थी। पहले राउंड की वोटिंग 7 अप्रैल को हुई थी, जबकि 12 मई को आखिरी राउंड की वोटिंग हुई थी। 16 मई को नतीजों का ऐलान हुआ था और 26 मई को नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। सबसे ज्यादा सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश में 6 चरणों में मतदान हुआ था। 2014 में पहली बार इतने ज्यादा चरणों में चुनाव हुआ था, इससे पहले 2009 में 6 और 2004 में 4 चरणों में मतदान हुआ था।
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