ग्वालियर / निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करने के लिये विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। स्वीप कार्यक्रम के तहत मतदाता जागरूकता के लिये तीन चरणों में कार्य किया जा रहा है। प्रथम चरण में शासकीय अमले को निर्वाचन के लिए पहली बार उपयोग में लाई जाने वाली वीवीपैट मशीन के उपयोग तथा उसकी विधि के संबंध में जानकारी दी गई। द्वितीय चरण में मतदाता सूची में नाम जोड़ने का कार्य किया गया। तृतीय चरण में मतदाता जागरूकता के साथ-साथ मतदान प्रक्रिया में सहभागिता करते हुए जागरूकता के विशेष प्रयास प्रारंभ किए गए हैं।
जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा सोमवार को जीवाजी विश्वविद्यालय के गालव सभागार में विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को मतदान की प्रक्रिया में भागीदार बनाते हुए नई वीवीपैट मशीन के माध्यम से मतदान का विशेष प्रशिक्षण दिया गया। इसके साथ ही मतदान की विभिन्न प्रक्रियाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यक्रम में जीवाजी विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. संगीता शुक्ला, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं स्वीप कार्यक्रम के नोडल अधिकारी श्री शिवम वर्मा, उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री राघवेन्द्र पाण्डेय, वीवीपैट मशीन के मास्टर ट्रेनर प्रो. बी जी तेलंग, जीवाजी विश्वविद्यालय के प्रो. राव, जिला महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी श्री राजीव सिंह सहित विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
जागरूकता कार्यक्रम में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री शिवम वर्मा ने छात्र-छात्राओं को निर्वाचन आयोग द्वारा प्रथम बार प्रयोग में लाई जा रही वीवीपैट मशीन के उपयोग के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर छात्र-छात्राओं को ही मतदान प्रक्रिया में शामिल करते हुए पीठासीन अधिकारी, पी-1, पी-2 तथा पी-3 बनाकर मतदान केन्द्र बनाकर सम्पूर्ण मतदान की प्रक्रिया का प्रदर्शन कर छात्र-छात्राओं को मतदान की सम्पूर्ण जानकारी का प्रदर्शन किया गया।

जीवाजी विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. संगीता शुक्ला ने इस मौके पर कहा कि विश्वविद्यालय के सभी छात्र-छात्राएं मतदान प्रक्रिया को अच्छे से समझें। इसके साथ ही सभी छात्र-छात्राएं अपने मताधिकार का प्रयोग अवश्य करें। उन्होंने कहा कि मतदान करना हमारा अधिकार भी है और दायित्व भी। छात्र-छात्राएं स्वयं तो मतदान करें ही, बल्कि अन्य छात्र-छात्राओं को भी मतदान करने हेतु प्रेरित करें।
प्रो. बी.जी. तेलंग ने बताया कि ईवीएम से मतदान पूरी तरह पारदर्शी और श्रेष्ठ है। वीवीपैट से इस व्यवस्था में विश्वास और सुदृढ़ होगा। ईवीएम से वोट डालने के बाद मशीन को पुन: तैयार होने में लगभग 15 सैकेण्ड का समय लगता है। इस मशीन में किसी प्रकार की गड़बड़ की कोई संभावना नहीं है। उन्होंने बताया कि इस मशीन से मतदान करने पर मतदाता को उसके द्वारा जिस उम्मीदवार को मत दिया गया है, उसे 7 सैकेण्ड तक प्रदर्शित भी किया जाता है, जिसे मतदाता देख सकता है।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री राघवेन्द्र पाण्डेय ने बताया कि मतदाता जागरूकता के लिये विभिन्न विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसके साथ ही शहर के अन्य संस्थाओं के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र में भी मतदाता जागरूकता के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि निर्वाचन आयोग द्वारा निर्वाचन के लिये प्रथम बार प्रयोग में लाई जा रही वीवीपैट मशीन का प्रदर्शन और उसका उपयोग करने की विधि से मतदाताओं को अवगत कराने की दिशा में ही तेजी से कार्य किया जा रहा है। शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी वीवीपैट मशीन का प्रदर्शन और उपयोग कराकर मतदाताओं को जागरूक किया जा रहा है।
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