आईटीएम यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में सम्मिलित हुईं श्रीमती आनंदीबेन पटेल

महापुरूषों की जीवनियाँ पढ़कर लें आगे बढ़ने की प्रेरणा – राज्यपाल

 

आईटीएम यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में सम्मिलित हुईं श्रीमती आनंदीबेन पटेल
आईटीएम यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में सम्मिलित हुईं श्रीमती आनंदीबेन पटेल

ग्वालियर/ आईटीएम यूनिवर्सिटी ग्वालियर द्वारा कन्वोकेशन सेरेमनी 2018 का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मध्यप्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित हुईं। कार्यक्रम में देश की विभिन्न जानी-मानी हस्तियों को मानद उपाधियां एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही 1080 छात्र-छात्राओं को डिग्रियाँ वितरित की गईं। इसके अलावा विभिन्न विषयों में उत्कृष्ट अध्ययन कार्य के लिये छात्रों व अध्यापकों को मैडल पहनाकर सम्मानित किया गया।

राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने उपाधियाँ हासिल करने वाले तथा डिग्री प्राप्त करने वालों को शुभकामनाएं और बधाई देते हुए कहा कि आईटीएम यूनिवर्सिटी द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में देश-विदेश में जो उपलब्धियां हासिल की जा रही हैं, उनके लिये यूनिवर्सिटी के संस्थापक व प्राध्यापकगण बधाई के पात्र हैं। उन्होंने छात्रों से अध्ययन कार्य से जुड़े रहने और महापुरूषों की जीवनियाँ व अच्छा साहित्य पढ़कर आगे बढ़ने की बात कही। उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि अब आपके कंधों पर पूरी जिम्मेदारी है। अत: प्राप्त शिक्षा का उपयोग कर अपने घर परिवार व देश सेवा का कार्य करें।

राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने कहा कि भारत के महापुरूषों ने शिक्षा के क्षेत्र में जिन संस्थाओं की स्थापना की थी, वह आज भी अपने उद्देश्यों में सार्थकता सिद्ध कर रही हैं। उन्होंने पंडित मदन मोहन मालवीय, रविन्द्र नाथ टैगौर, महात्मा गाँधी आदि महापुरूषों का उल्लेख करते हुए कहा कि इन्होंने शिक्षा की उन्नति के लिये काम किया। उन्होंने कहा कि रविन्द्रनाथ टैगौर द्वारा ग्रामीण विकास के लिये शांति निकेतन की भाँति श्रीनिकेतन की स्थापना कर ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा का प्रचार-प्रसार करने का काम किया गया। उन्होंने बच्चों से कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में वर्ष में दो दिन जरूर प्रवास करें और वहाँ के बच्चों को शिक्षा की ओर अग्रसर करें। उन्होंने सभी यूनिवर्सिटियों को गाँव गोद लेकर शिक्षा के प्रचार-प्रसार का आह्वान किया। उन्होंने अडूपुरा गाँव को आईटीएम यूनिवर्सिटी द्वारा गोद लेकर शिक्षा का प्रचार-प्रसार करने के लिये प्रशंसा की।

कार्यक्रम में हैदराबाद से आए अतिथि वाइस चांसलर बलसार यूनिवर्सिटी डॉ. फैजान मुस्तफा ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में काम करने की बात कही। इस दौरान मानद उपाधि से सम्मानित पद्म विभूषण श्री चंडीप्रसाद भट्ट पर्यावरण विद्, पद्म विभूषण प्रोफेसर डॉ. महाराजा किशन भान अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिक, पद्मश्री रतन थियम, राईटर थियेटर डायरेक्टर, पद्मश्री सुश्री दीपा मलिक, एडवेंचर स्पोर्ट्स मेन, जनरल दलवीर सिंह सुहाग, लेखक व पत्रकार श्री रवीश कुमार, सामाजिक कार्यकर्ता श्री बेजवाड़ा गुलशन आदि ने भी मानद उपाधि प्राप्त करने के उपरांत यूनिवर्सिटी को धन्यवाद देते हुए छात्रों का उत्साहवर्धन किया। इसके अलावा पद्म विभूषण प्रो. डॉ. एम एस स्वामीनाथन को भी कार्यक्रम के दौरान उनकी अनुपस्थिति में मानद उपाधि प्रदान की गई।

कार्यक्रम के प्रारंभ में संस्था के कुलपति डॉ. रमाशंकर सिंह, उप कुलपति डॉ. कमलकांत द्विवेदी, प्रो. रूचि सिंह चौहान आदि ने अतिथियों का स्वागत किया। अंत में अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किए गए और प्रो. दौलत सिंह चौहान ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।

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Post Author: Javed Khan

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