ग्वालियर में गुर्जर जागरण पदयात्रा के समापन के दिन फूल बाग मैदान पर आयोजित गुर्जर समाज के गुर्जर महाकुंभ में विवादित सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा स्थल का मुद्दा भी छाया रहा ..बीच-बीच में गुर्जर समाज के प्रतीक के रूप में सम्राट मिहिर भोज के फोटो लगे पोस्टर और बैनर लहराये जाते रहे ..पुलिस की भारी तैनाती के बाद भी पुलिस मूक दर्शक सी बनी रही ..इतना ही नहीं गुर्जर समाज के अति उत्साही युवाओं ने पुलिस की एक जीप में भी तोड़फोड़ कर दी ।
उसके बाद पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर स्थिति संभालने के लिए डटे रहना पड़ा ।
— ग्वालियर के फूल बाग मैदान में आयोजित गुर्जर महाकुंभ में सुबह से ही उत्साह के साथ-साथ आक्रोश और तनाव का माहौल भी देखने को मिला ..गुर्जर समाज के अलग-अलग दल के लोगों ने इस महाकुंभ में शिरकत की और अपनी बात को मंच से आक्रोशित लहजे में रखा.. मकसद और मुद्दा साफ था कि विधानसभा चुनाव है तो उनकी भी बात सुनी जाये.. फिर चाहे मांग वाजिब हो या गैर बाजिब उन्हें उससे मतलब नहीं था.. अति उत्साह के चलते ही बाद युवाओं ने पुलिस की जीप में तोड़फोड़ की, कांच फोड़ दिए.. और पुलिस की टूटी फूटी जीप को प्रशासन ने ही मौके से हटा दिया.. युवा खासकर गुर्जर समाज के लोगों ने फूल बाग मैदान के आसपास अनुमति की निर्धारित गाइडलाइन का पालन करना तो दूर और उल्लंघन किया और अपनी मांगों पर अड़े रहने जैसी रणनीति अपनाई.. पुलिस प्रशासन के लोग मौके पर मौजूद रहे और उन्होंने स्थिति को तनावपूर्ण होने से रोकने के लिए समाज के युवाओं के आक्रोश को भी कुछ हद तक बर्दाश्त करने की कोशिश की.. लेकिन कानून का पालन करने की दुहाई भी देते रहे ।
बातचीत…
अतुल सिंह- एडीएम, ग्वालियर
— ऋषिकेश मीणा– एडिशनल एसपी, क्राइम
— बहरहाल गुर्जर महाकुंभ में शामिल समाज के लोगों की प्रमुख मांगे तो निश्चित थी, लेकिन गुर्जर समाज के युवाओं की टोली तोड़फोड़ करने के साथ-साथ हुड़दंग करते हुए गुर्जर- गुर्जर के नारे लगाते हुए माहौल को तनावपूर्ण बना रही थी.. और शायद पुलिस प्रशासन की भी यही मजबूरी थी कि जैसे तैसे यह महाकुंभ समाप्त हो जाए ..उनकी मांगों का ज्ञापन ले लिया जाए और मांगों को पूरी करने का भरोसा देकर फुलबाग मैदान से रवाना कर दिया जाए । बाद में कलेक्ट्रेट के लिए रवाना हुए गुर्जर समाज के लोगों ने बीच रास्ते में जगह-जगह जाम लगाया.. नारेबाजी की और तोड़फोड़ की ..इसमें जिला प्रशासन के मुखियाओं के वाहन भी उपद्रवियों ने नहीं बक्शे.. आखिर चाहते क्या थे गुर्जर समाज के लोग..
महाकुंभ में गुर्जर समाज ने जो प्रमुख मांगें रखी हैं ।उनमें
गुर्जर समाज को भाजपा-कांग्रेस संख्या के आधार पर प्रतिनिधित्व दें….
गुर्जर प्रतिहार सम्राह मिहिर भोज की प्रतिमा के आसपास लगाए गए टीनशेड कवर हटाए जाएं..
भिंड में भूरेश्वर मंदिर से हटाया गया गुर्जर बोर्ड वापस लगाया जाए…
गुर्जर प्रतिहार वंश की एतिहासिकता से छेड़छाड़
बंद की की जाए…
गुर्जर समाज का निर्दोष सदस्य आकाश गुर्जर का एनकाउंटर पर उसके परिवार को आर्थिक मदद दी जाए।
जहां-जहां से गुर्जर नाम हटाया गया है ,वहां उसका उल्लेख वापस किया जाए…. यानी गुर्जर समाज के लोग विधानसभा चुनाव से पहले आर पार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं ।
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