कोरोना को उप चुनाव का मुद्दा बनाएगी कांग्रेस,
– सरकार पर असफलता का लगेगा आरोप..
भोपाल–
कोरोना का संक्रमण जैसे-जैसे भयावाह रूप ले रहे है, केंद्र के साथ प्रदेश सरकार कटघरे में खड़ी दिखाई देने लगी है। कांग्रेस ने इसे मुद्दा बना कर सरकार पर हमले शुरू कर दिए हैं। लोग भी महसूस करने लगे हैं कि कोरोना से निपटने में योजना बनाकर काम नहीं हुआ। भोपाल में कोरोना की शुरुआत दो-चार लोगों के पॉजीटिव आने से शुरू हुई थी।
इसमें निरंतर इजाफा होता रहा। अब अकेले भोपाल में हर रोज लगभग 200 लोग कोरोना पॉजीटिव निकल रहे हैं। मंत्रियों, विधायकों के साथ मुख्यमंत्री तक कोरोना पॉजीटिव होकर अस्पताल में भर्ती हो गए हैं। कांग्रेस इसे लेकर आक्रामक हो गई है। पार्टी ने तय कर लिया है कि कोरोना से निपटने में सरकार की असफलता को उप चुनाव में बड़ा मुद्दा बनाया जाएगा। इसकी तैयारी शुरू हो गई है।
कांग्रेस ने तैयार की बयानों की सूची…
कोरोना को मुद्दा बनाने में कांग्रेस उन बयानों की सूची तैयार कर रही है, जो मार्च में सरकार बनाने और गिराने के खेल के दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा सहित भाजपा के अन्य नेताओं ने दिए थे।
मार्च में जब कोरोना के कारण तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ विधानसभा का सत्र नहीं बुलाना चाहते थे ..तब भाजपा के नेता कह रहे थे कि यह कोरोना नहीं कांग्रेस का डरोना है। कांग्रेस अपनी सरकार बचाने के लिए कोरोना की आड़ ले रही है। कोरोना सर्दी, जुखाम से ज्यादा कुछ नहीं।
इस तरह भाजपा नेताओं के अनेकों बयान एवं ट्वीट रिकार्ड में है। आज जब कोरोना अपने भयावह रूप में आ गया और खुद मुख्यमंत्री इसकी चपेट में आ गए और भोपाल में ही फिर 10 दिन का लॉकडाउन करने की नौबत आ गई।
तब कांग्रेस ने मुख्यमंत्री एवं भाजपा सरकार पर इन बयानों को लेकर हमले तेज कर दिए।
बुकलेट तैयार कर घर-घर पहुंचाने की तैयारी..
उप चुनावों को ध्यान में रखकर कांग्रेस एक बुकलेट तैयार कर रही है। इसमें बताया जाएगा कि राहुल गांधी ने कैसे फरवरी में भाजपा की केंद्र सरकार को कोरोना के प्रति आगाह किया था और भाजपा ने उनका मजाक उड़ाया था। यह उल्लेख भी होगा कि मार्च में जब कोरोना ने देश-प्रदेश को अपनी चपेट में लेना शुरू किया तब भाजपा कैसे प्रदेश की निर्वाचित कांग्रेस सरकार को गिराने में जुटी थी। लॉकडाउन की घोषणा तब हुई जब भाजपा ने सरकार बनाकर शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिला दी। यह भी बताया जाएगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना से निपटने के लिए जनता से 21 दिन मांगे थे। जनता उनके साथ खड़ी थी।
लेकिन पांच माह गुजर जाने के बाद कोरोना पर काबू तो नहीं पाया जा सका, अलबत्ता यह और विकराल रूप में सामने है। कांग्रेस की योजना उप चुनाव वाले क्षेत्रों में यह बुकलेट घर-घर पहुंचाने की है।
राजनीति कार्यक्रमों का भी होगा उल्लेख
कांग्रेस भाजपा के राजनीतिक कार्यक्रमों की भी सूची तैयार कर रही है। इसके जरिए बताया जाएगा कि एक तरफ लोगों को पांच से ज्यादा इकट्ठा न होने, मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की नसीहत दी जा रही थी और दूसरी तरफ भाजपा का राजनीतिक अभियान चल रहा था। कांग्रेस विधायकों एवं कार्यकर्ताओं को पार्टी कार्यालय में बुलाकर सदस्यता दिलाई जा रही थी। सारे नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही थीं।
प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी बैठकें एवं अन्य कार्यक्रम चल रहे थे। कहीं भी न मास्क लगाए जा रहे थे और न ही सोशल डिस्टेसिंग का पालन किया जा रहा था। यही वजह है कि मुख्यमंत्री, मंत्री, विधायक उनका स्टाफ एवं संघ तक के लोग लगातार कोरोना पॉजीटिव निकल रहे हैं। जबलपुर के संघ के एक नेता की तो मौत तक हो गई। मुख्यमंत्री अस्पताल में हैं लेकिन उनके मुलाकात के फोटो जारी कर राजनीति की जा रही है। साफ है कि कांग्रेस कोरोना को लेकर भाजपा सरकार की घेराबंदी करने वाली है..