मध्य प्रदेश के परिवहन विभाग में जो हो जाए वह कम है। विभाग के तहत वाहनों के पंजीयन के बाद जो मध्य प्रदेश ट्रांसपोर्ट के पोर्टल पर नंबर सर्च करने का सिस्टम होता है।
उस एमपी रजिस्ट्रेशन व्हीकल नंबर पर कुछ वाहनों का रिकॉर्ड दिखाई नहीं देता है। आखिर माजरा क्या है ।जबकि ज्यादातर वाहनों खासकर वाहनों का डाटा तुरंत नंबर और captcha डालने पर आ जाता है।
जबकि कुछ विशेष वाहनों का नंबर ट्रेस नहीं हो पाता है ।उसमें लिखा आ जाता है रिकॉर्ड नॉट फाउंड …तो आखिर यह माजरा क्या है ।इन नंबरों को कोई क्यों नहीं जान सकता, और आखिर इसके पीछे राज क्या है। पर विभाग के पारदर्शिता के नियम का उल्लंघन कर रहा है, और कहीं ना कहीं ऐसे वाहन जो टक्कर मार कर भाग जाते हैं ।उनका रिकॉर्ड नहीं मिल पाने के कारण अपराधी भी । परिवहन आयुक्त इस मामले में जवाब देने के लिए कुछ कुछ भी कहने से बच रहे हैं।
आखिर इन वीआईपी नंबरों की कहानी क्या है