आर एस एस प्रमुख मोहन भागवत को क्यों मिली है जेड प्लस सुरक्षा ..
Gwalior.. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत आज रात यानी शुक्रवार की रात से ग्वालियर प्रवास पर रहेंगे ..इसको लेकर सुरक्षा एजेंसियां एलर्ट मोड़ पर हैं …यहां उनके तीन दिवसीय प्रवास के दौरान शीर्ष जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा रहने के साथ-साथ स्वयंसेवकों की भी कड़ी सुरक्षा रहने वाली है.. इसको लेकर उनकी सुरक्षा में तैनात बल के अधिकारी एवं यहां विभिन्न स्थलों का मुआयना करते हुए सुरक्षा की रणनीति तैयार कर चुके हैं ..संघ प्रमुख मोहन भागवत की सुरक्षा से जुड़े पहलुओं पर खास रिपोर्ट..
.. दुनिया के सबसे बड़े स्वयंसेवी संगठन माने जाने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर्वोच्च पद पर सर संघचालक पद पर आसीन डॉक्टर मोहन भागवत 26 नवंबर से 28 नवंबर तक ग्वालियर में रहेंगे ।
इसको लेकर जाएं स्थानीय स्तर पर संघ के स्वयंसेवक सक्रियता के साथ तैयारी में जुटे हैं ..वहीं विभिन्न सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट पर आ गई हैं ..गौरतलब है कि मोहन भागवत ग्वालियर में शिवपुरी लिंक रोड स्थित सरस्वती शिशु मंदिर केदारपुर में लगने जा रहे स्वर साधक संगम कार्यक्रम में मार्गदर्शक के रुप में उपस्थित रहेंगे ..इसके अलावा उनका एक कार्यक्रम जीवाजी विश्वविद्यालय में भी प्रस्तावित है ।
संघ प्रमुख नई सड़क स्थित संघ कार्यालय राष्ट्र उत्थान न्यास भवन भी जाएंगे ..जहां सुरक्षा के पूरे बंदोबस्त किए गए हैं ..गौरतलब है कि संघ प्रमुख मोहन भागवत को शीर्ष जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गई है …उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ संभालता है… यह सुरक्षा कवच के तहत आर एस एस के सर संघ चालक को करीब 60 कमांडो सुरक्षा देते हैं .सीआईएसएफ की वीवीआईपी कमांडो इकाई के पास एके श्रंखला की रायफलों जैसे अत्याधुनिक हथियार तथा संचार एवं विस्फोट निरोधक कार्यों के लिए आधुनिक साजो सामान रहता है। सूत्रों का कहना है कि शीर्ष दस्ता भागवत के आवास की सुरक्षा जिम्मेदारी संभालेगा ।और जेड प्लस सुरक्षा के नियमों के तहत उनके काफिले के वाहनों पर भी नजर आएगा रखेगा।
Batcheet-अशोक पांडेय– प्रांत प्रमुख– मध्य भारत प्रांत r.s.s
Batcheet- नरेश अन्नोटिया,- डीएसपी ट्रैफिक
.. इसके अलावा आर एस एस प्रमुख को देश में जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गई है .. उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसफ संभालता है ..लेकिन खास बात यह है कि अपने सर संघ चालक की सुरक्षा को लेकर संघ के स्वयंसेवक भी बेहद चौकन्ने रहते हैं ..इसके लिए शारीरिक रूप से दक्ष स्वयंसेवकों के दस्तों को योजना अनुसार उनकी सुरक्षा व्यवस्था में हमेशा तैनात रखा जाता है ।यहां बताना मुनासिब होगा कि मोहन भागवत देश के पहले ऐसे गैर राजनीतिक व्यक्ति हैं। जिन्हें इस तरह की सुरक्षा दी जा रही है ..
गौरतलब है कि 2006 में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा द्वारा नागपुर स्थित संघ मुख्यालय पर हमला किया गया था ..इसी क्रम में श्री भागवत के कुछ आतंकी संगठनों की हिट लिस्ट में होने की खबरों को देखते हुए सिक्योरिटी एजेंसियों द्वारा की गई समीक्षा के बाद उन्हें जेड प्लस सुरक्षा प्रदान की गई है ..