शत्रु ये अदृश्य है ,,विनाश इसका लक्ष्य है

हरिवंश राय जी की प्रसिद्ध पंक्तियों की प्रेरणा से आज के परिपेक्ष्य में आप सभी से निवेदन,,,, शत्रु ये अदृश्य है विनाश इसका लक्ष्य है कर न भूल, तू जरा भी ना फिसल मत निकल, मत निकल, मत निकल हिला रखा है विश्व को रुला रखा है विश्व को फूंक कर बढ़ा कदम, जरा संभल […]

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