ग्वालियर/ एसएसटी एवं एफएसटी टीम मुस्तैदीपूर्वक अपने दायित्व का निर्वहन करें। कहीं भी आचार संहिता का उल्लंघन पाए जाने पर भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के तहत त्वरित कार्रवाई करें। यह निर्देश कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री अशोक कुमार वर्मा तथा पुलिस अधीक्षक श्री नवनीत भसीन ने इन टीमों में शामिल अधिकारियों की बैठक सह प्रशिक्षण में दिए। अधिकारी द्वय ने कहा चुनावी दायित्व में उदासीनता पाए जाने पर सख्त कार्रवाई होगी। मालूम हो जिले के हर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में तीन – तीन एसएसटी व एफएसटी तैनात की गई हैं।
कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने कहा कि एसएसटी व एफएसटी द्वारा की गई कार्रवाई की वीडियो क्लिपिंग कोई भी व्यक्ति 300 रूपए जमा कर प्राप्त कर सकता है। इसी तरह जाँच रिपोर्ट की कार्रवाई भी प्राप्त की जा सकती है। इसलिए पूरी कार्रवाई निष्पक्ष होकर और प्रावधानों का पालन करते हुए की जाए। इसमें किसी भी प्रकार की ढ़िलाई अक्षम्य होगी। अधिकारी द्वय ने कहा सी-विजिल एप के माध्यम से प्राप्त हुई शिकायतों का हर हाल में 100 मिनट के भीतर निराकरण करना है। इसलिए एफएसटी टीम में शामिल सभी अधिकारी नियमित रूप से अपने मोबाइल फोन में सी-विजिल एप का अवलोकन करते रहें और त्वरित कार्रवाई करें। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने यह भी निर्देश दिए कि कार्रवाई के दौरान टीम के सभी सदस्यों का व्यवहार सौम्य और शालीन होना चाहिए। उन्होंने कहा ये सभी टीमें संबंधित रिटर्निंग ऑफीसर के नियंत्रण में काम करेंगीं।
गुरूवार को यहाँ कलेक्ट्रेट में आयोजित हुई बैठक में एसएसटी (स्थेटिक सर्विलेंस टीम) तथा एफएसटी (फ्लाइंग स्क्वायड टीम) के सभी सदस्यों का आपस में परिचय कराया। बैठक में बताया गया कि एसएसटी टीम विभिन्न नाकों इत्यादि पर तैनात रहेंगीं। स्थेटिक टीम अवैध धन, शराब व अन्य मादक पदार्थ, संदेहास्पद सामग्री जिससे वोटर को लुभाया जा सकता हो, इत्यादि के परिवहन का निरीक्षण कर तत्काल कार्रवाई करेंगीं। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने कहा 10 लाख रूपए से अधिक धन पकड़े जाने पर इसकी सूचना तत्काल आयकर विभाग को भी दी जाए। बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि चुनाव आचार संहिता के दौरान किसी वाहन में 50 हजार रूपए से अधिक धनराशि व 10 हजार रूपए से अधिक के उपहार इत्यादि पाए जाएं तो तत्काल जाँच में लेकर कार्रवाई करें।
इसी तरह एफएसटी के अधिकारियों को हिदायत दी गई कि इस टीम की आचार संहिता का पालन कराने की सबसे अधिक जवाबदेही है। सी-विजिल एप से मिलने वाली शिकायतों के अलावा आचार संहिता के पालन के लिए अपने स्तर से भी कार्रवाई जारी रखें। प्रशिक्षण के दौरान भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देश और टीम के कर्तव्य भी बताए गए।
बैठक में अपर कलेक्टर श्री दिनेश श्रीवास्तव, एडीएम श्री संदीप केरकेट्टा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अमन सिंह राठौर व श्री सतेन्द्र सिंह तोमर तथा उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री राघवेन्द्र पाण्डेय सहित जिले के विभिन्न सर्किलों के सीएसपी व अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे। वरिष्ठ मास्टर ट्रेनर श्री एस बी ओझा ने इन टीमों को विस्तारपूर्वक प्रशिक्षित किया। ई-गवर्नेंस अधिकारी श्री आशीष जैन द्वारा सी-विजिल एप के बारे में प्रशिक्षण दिया गया।