किस्मत और गरीबी की दोहरी मार देखिए! चार दिन पहले दुनिया में आये नवजात को मरने के बाद दफनाने के लिए एक मजदूर मां को जमीन भी ना मिली। मजबूरन महिला ने अपने कलेजे के टुकड़े को सिर्फ इसलिए कचरे के ढेर में दफनाना चाहा ताकि बस उसे गन्तव्य तक छोड़ दे। क्योंकि बस में नवजात के शव के साथ सफर की मनाही जो थी। इतना ही नहीं महिला ने अपनी ममता का गला घोंटकर लाडले को दफना भी दिया। पर किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। सो नवजात को दफनाते लोगों ने देख लिया और मामला पुलिस थाने पहुंच गया।
अब महिला पुलिस की निगरानी में है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही उसकी बेगुनाही साबित हो सकेगी।
मामला गोला का मंदिर थाना अंतर्गत स्थित मार्क हॉस्पिटल के वीरान परिसर का है। थाना गोला मंदिर पुलिस के अनुसार सोमवार को पुलिस को सूचना मिली कि वीरान हॉस्पिटल परिसर में कचरे के ढेर के नीचे कुछ महिलाएं एक नवजात को दफनाती देखी गई हैं। सूचना मिलते ही तत्काल पुलिस मौके पर पहुंच गई। कचरे के ढेर को खंगाला तो उसमें से नवजात का शव बरामद हो गया। स्थानीय लोगों से पूछताछ करने के बाद पुलिस ने हुलिए के आधार पर एक महिला और उसकी सहेली को ट्रेवल्स की बस से हिरासत में ले लिया। पुलिस ने महिला को थाने लाकर पूछताछ की तो जो कहानी सामने आई वह झकझोर कर देने वाली थी। पुलिस को प्रारंभिक पड़ताल में महिला ने अपना नाम कमला बेन पत्नी अलकेश निवासी दाऊद जिला खरोंदा गुजरात बताया। कमला, पेशे से मजदूर है और डीडी नगर में सीबर लाइन निर्माण कार्य में अपने पति के साथ मजदूरी करती है।
उसका हाल फिलहाल निवास डीडी नगर मॉडल स्कूल के पास बनी झुग्गी झोपड़ी है। कमला ने पुलिस को बताया कि कुछ दिनों पहले उसका पति गुजरात चला गया था। आज वह अपनी एक बच्ची, सहेली और चार दिन के मासूम बच्चे के साथ गुजरात जा रही थी। इसी बीच रास्ते में नवजात ने दम तोड़ दिया। कमला के पास रुपये भी कम थे। उसी में से उसने बस का टिकिट भी ले लिया था। नवजात के शव के साथ उसे बस में ले जाया नहीं जा रहा था। इसीलिए उसने अपने कलेजे पर पत्थर रखकर वीरान पड़े हॉस्पिटल में कचरे के ढेर के नीचे उसे दफना दिया और आकर बस में बैठ गई। शायद कमला की किस्मत में आज बस का सफर लिखा ही नहीं था। सो शव को दफनाते हुए स्थानीय लोगों ने देख लिया और अब कमला पुलिस की निगरानी में है।
फिलहाल पुलिस ने नवजात के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और कमला को शहर ना छोड़ने की हिदायत देकर उसके समाज के लोगों के सुपुद्र कर दिया है। पुलिस को अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार है। तभी साफ हो सकेगा कि ये हादसा है या कोई साजिश।