चप्पलें त्यागी ,पानी की समस्या के लिए पूर्व मंत्री प्रदुमन ने..संघर्ष ही दिलाता है मुकाम..
जब तक क्षेत्र के लोगो के घर घर तक पानी नही पहुँच जाता तब तक आपका सेवक प्रधुम्न सिंह तोमर चैन से नही बैठेगा
भोपाल। मप्र के पूर्व मंत्री प्रधुम्न सिंह तोमर 2 जून को संभावित कैबिनेट विस्तार में नंगे पांव पहुंच कर मंत्री पर की शपथ लेंगे। उन्होंने तीन दिन से चप्पल का त्याग कर दिया है। ग्वालियर में 45 डिग्री टेम्परेचर में भी वे दिन नंगे पांव घूमकर जन समस्याओं को सुलझा रहे हैं।
दरअसल प्रधुम्न सिंह तोमर के विधानसभा क्षेत्र में पेयजल की समस्या सबसे विकराल है। इससे भी बड़ी समस्या उनके क्षेत्र में दूषित जल की सप्लाई है। वे लंबे समय से इसके लिए संघर्ष भी कर रहे हैं। पिछली भाजपा सरकार के समय इस समस्या को लेकर उन्होंने आन्दोलन किया तो शिवराज सरकार ने उन्हें जेल में डाल दिया था। तोमर कांग्रेस सरकार में मंत्री बने, लेकिन समस्या का समाधान नहीं कर पाए। अब भाजपा में आ गये और अगले कुछ दिनों में उन्हें उप चुनाव का सामना करना है। धुन के पक्के और अप्रत्याशित निर्णय लेने वाले तोमर ने तीन दिन पहले अचानक चप्पल का त्याग दिया है।
ग्वालियर नगर निगम के अधिकारियों के साथ प्रतिदिन तेज गर्मी में वे लोहामंडी और हजीरा क्षेत्र में तपती सड़क पर नंगे पांव घूमकर पानी की समस्या सुलझाने में लगे हैं।
फेसबुक पर यह लिखा..
तोमर ने तीन दिन पहले अपने फेसबुक पर चप्पल छोड़ने के बारे में यह लिखा….चलना पड़ता है अंगारों पर इतिहास रचाने को..बिना ताकत झोंके तो एक जर्रा भी नही हिल सकता,
संघर्ष ही दिलाता है मुकाम अपना बिना मेहनत किए कुछ मिल नही सकता। ग्वालियर के चार शहर के नाके क्षेत्र में पानी की समस्या को देखकर एहसास किया जिस 45℃ तापमान में हम सामान्य खड़े नहीं रह सकते वहाँ लोग इस भीषण गर्मी में पानी के बंदोबस्त में जुटे रहते हैं। लोगो की समस्याओं को सुनकर सम्बंधित अधिकारियों को अवगत कराकर जल्द से जल्द घर घर तक पानी पहुचाने के लिए आग्रह किया। जब तक क्षेत्र के लोगो के घर घर तक पानी नही पहुँच जाता तब तक आपका सेवक प्रधुम्न सिंह तोमर चैन से नही बैठेगा। इस भीषण गर्मी में कोई भी परिवार पानी के लिए बेहाल नही होगा।