हद दर्जे की निर्लज्जता..
सवाल—-सिस्टम की खामी…
ग्वालियर ..शहर के निजी अस्पताल लोटस के कोविड सेंटर में एक अधेड़ महिला के साथ दुष्कर्म की कोशिश का सनसनीखेज मामला सामने आया है ।हैरानी की बात यह है कि महिला कोविड-19 पेशेंट थी और ऑक्सीजन की कमी के चलते एक निजी अस्पताल के कोविड-19 सेंटर में भर्ती एक दिन पहले ही यानी 16 अप्रैल को की गई थी ।
शिवपुरी की रहने वाली इस महिला को उसके परिजन सर्दी ,जुकाम ,खांसी और बुखार की शिकायत के बाद ग्वालियर लेकर आए थे और उन्होंने हॉस्पिटल रोड स्थित लोटस अस्पताल में उसे इलाज के लिए भर्ती कराया था। जहां महिला का कोरोना टेस्ट किया गया ..जिसमें वो पॉजिटिव पाई गई।
इसके बाद ऑक्सीजन की कमी के चलते उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया। गोल्डन विलेज नामक रेस्टोरेंट में लोटस अस्पताल का इन दिनों कोविड-19 सेंटर चल रहा है।
परिजनों का कहना है कि वार्ड बॉय विवेक लोधी ने पहले रात 11 बजे से रात 12 बजे दरवाजे की कुंडी लगाकर महिला के शरीर पर छेड़खानी की ।
महिला द्वारा अपने परिजनों को फोन करने के बाद वे लोग वहां आ गए और आरोपी को पकड़ लिया। लेकिन परिजनों का आरोप है कि अस्पताल के संचालक डॉ प्रशांत अग्रवाल ने अपने स्टाफ के अन्य सहयोगियों की मदद से आरोपी विवेक को छुड़वा दिया और उनके साथ मारपीट भी की।
उनकी मांग है कि वार्ड बॉय केे खिलाफ तो छेड़खानी का मामला दर्ज कर लिया गया है …लेकिन उसे संरक्षण देने वाले डॉक्टर अग्रवाल के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं नहीं की गई है.. इसलिए उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाए …पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है..और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।¨
Batchcheet …पर आधारित..
– भरत शर्मा (पीड़ित परिजन)
:- हितिका वासल (एएसपी ग्वालियर)