सड़कों और हाईवे पर ना हो सड़क दुर्घटनाएं, इसके लिए ट्रक ड्राइवरों का किया जा रहा है निशुल्क नेत्र परीक्षण शिविर..=
मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवेज के साथ -अलख -संस्था की अनूठी पहल..
ग्वालियर– हमारे देश में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में एक अहम कारण सामने आ रहा है ..जिसके तहत हाईवे पर ट्रक चलाने वाले और मालवाहक गाड़ियां चलाने वाले ड्राइवर अपनी आंखों की ज्योति के प्रति लापरवाह रहते हैं.. वे हाईवे पर अपना वाहन चलाते रहते हैं और अपनी अल्प दृष्टि के चलते दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं .. जिससे उन पर और उनके परिवार पर संकट खड़ा हो जाता है …इसी मुद्दे को लेकर भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय यानी मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवेज ने एक अभियान शुरू किया है ।जिसके तहत अब ट्रक ड्राइवरों का अभियान स्तर पर नेत्र परीक्षण किया जा रहा है।
परिवहन विभाग मध्य प्रदेश ने भी मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवेज की गाइड लाइन के अनुसार प्रदेश में इस मुद्दे पर काम शुरू कर दिया है ।
जिसके तहत ट्रक ड्राइवर और क्लीनर के स्वास्थ्य परीक्षण के साथ-साथ ही उनकी आंखों की यानी नेत्रों का परीक्षण हाईवे, टोल प्लाजा सहित ऐसे स्थानों पर शिविर लगाकर किया जाएगा। जहां से ज्यादा तादात में ट्रक ड्राइवर गुजरते हैं। और लंबी दूरी की यात्रा तय करते हैं। इसकी वजह है कि समय अभाव के कारण ट्रक ड्राइवर अपनी आंखों का परीक्षण नहीं करवा पाते हैं। जो घटना का शिकार हो जाते हैं। इससे देश समाज और उनके परिवार को हानि पहुंचती है ..
परिवहन विभाग और मंत्रालय की गाइडलाइन के अनुसार अब ग्वालियर अंचल में भी अलख- सामाजिक एवं जन कल्याण समिति ग्वालियर द्वारा भी ट्रक ड्राइवरों के नेत्र परीक्षण शिविर की शुरुआत मई के प्रथम और द्वितीय सप्ताह में की जा रही है ..
जिसके तहत नेशनल हाईवे सहित ऐसे मार्गों पर ट्रक ड्राइवरों का परीक्षण किया जाएगा।। जहां बहुतायत में ट्रक ड्राइवर, सहायक ड्राइवर और क्लीनर गुजरते हैं।
अलख- के सचिव के मुताबिक मिनिस्ट्री की गाइड लाइन के अनुसार ट्रक ड्राइवरों के परीक्षण के साथ-साथ उन्हें निशुल्क दवाइयां और चश्मों का वितरण भी आवश्यकता अनुसार किया जाएगा ।
इस संबंध में सभी संबंधित विभागों परिवहन ,पुलिस ,यातायात ,स्वास्थ्य विभाग ,जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय, क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय व अन्य को लिखित में सूचना भी दी जा चुकी है। ताकि यथासंभव सभी विभागों से समन्वय व सहयोग लिया जा सके।
हर जिले के स्वास्थ्य विभाग ने भी इस गंभीर विषय पर काम शुरू कर दिया है ।और ट्रक ड्राइवर व वाहन चालकों के नेत्र परीक्षण के लिए अपनी पूरी तैयारी कर ली है..
– पूरे देश कि यह समस्या है और मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवेज के आंकड़े भी इस बात की गंभीरता जता रहे हैं कि होने वाली सड़क दुर्घटना में एक के मुख्य कारण यह सामने आता है कि ट्रक ड्राइवर अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह बने होते हैं ..और वे अपने आंखों का परीक्षण नहीं कराते हैं। जिसकी वजह से दुर्घटनाएं होती हैं.. और उनके परिवार को तो क्षति पहुंचती है.. साथ ही दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति का परिवार भी प्रभावित होता है .. इस होने वाली हानि को रोकने के लिए ही यह अभियान पूरे देश और तो देश में चलाया जा रहा है।
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