आखिर ये डॉक्टर गुस्से में क्यों हैं….भाई..

आखिर ये डॉक्टर गुस्से में क्यों हैं….

मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर के सरकारी और गैरसरकारी डॉक्टर्स ने मेडिकल कॉलेज में बुलाई गयी आपात बैठक में प्रशासनिक अफसरों को लेकर बड़े फैसले लिए है। डॉक्टर्स ने साफ लहजें में कहा है कि जयारोग्य अस्पताल और जिला अस्पताल में प्रशासन का हस्तक्षेप वह वर्दाश्त नही करेंगे। साथ ही किसी भी प्रशासनिक अफसर का आदेश नही मानेंगे। न ही प्रशासनिक अधिकरियों के साथ किसी भी कार्यक्रम में मंच को शेयर करेंगे। डॉक्टरों ने तो यहां तक कह दिया है कि अब अधिकारियों के बंगले पर भी उनका इलाज करने नहीं जाएंगे.. अधिकारी अपना, अपने रिश्तेदारों का तो इलाज करवाते हैं अपने कुत्ते और जानवरों का भी हम लोगों से इलाज करवाते हैं। इस तरह से डॉक्टरों में मध्यप्रदेश के ग्वालियर से विद्रोह का बिगुल सरकारी मशीनरी के खिलाफ फूंक दिया है..

दरअसल ग्वालियर के मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, नर्सिंग होम एसोसिएशन, मेडिकल ऑफिसर्स एसोसिएशन, जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के पदाधिकारियों और शहर के सीनियर डॉक्टर ने आज आपात बैठक बुलाई थी। जिसमें कहा था कि प्रशासनिक अधिकारियों का निजी और शासकीय स्वास्थ्य संस्थानों, चिकित्सालयों में दखलंदाजी बढ़ती जा रही है। जो उन्हें बर्दाशत नही है। क्योंकि प्रशासनिक अफसर उनके ऑफिसर नही है…. बल्कि वो उनसे नीचे के आधिकारी है। साथ ही उनकी पे स्कैल भी कम है।

–ऐसे में प्रशाशनिक अधिकारी सरकारी हॉस्पटिलों का निरीक्षण कर रहे है…. जिससे उनके कामकाज प्रभावित हो रहे है। जिसे डॉक्टर्स अपने गजरा राजा मेडीकल और कॉलेज के डीन की तौहीन मान रहे है..आईएमए ने भी इस तरह की कार्यप्रणाली को इंडियन मेडिकल डॉक्टर्स प्रेक्टिशनर की नीति पर हमला बताया है..

वहीं जिले के तमाम सरकारी डॉक्टर की गजरा राजा मेडिकल कॉलेज और जया रोग्य अस्पताल समूह के डॉक्टरों की मेडिकल कॉलेज परिसर में आयोजित बैठक पर मेडिकल कॉलेज के चेयरमैन और संभागीय आयुक्त एमबी ओझा ने आश्चर्य जताया है। उनका कहना है कि डॉक्टर्स का गुस्सा आख़िर किस लिए है.. और प्रशासन ने दो टूक डॉक्टरों को नसीहत दे डाली है कि डॉ भले ही हमारा इलाज करना छोड़ दें ।लेकिन जनता परेशान हुई और शासन की मंशा के अनुरूप आम जनता का संवेदनशीलता से इलाज नहीं किया गया तो वह आगे भी इसी तरह की कठोर कार्रवाई करते रहेंगे ।लोगों का इलाज नहीं हुआ और कोई परेशानी आएगी तो उसके लिए जो भी कदम उठाने पड़ेंगे वह हम उठाएंगे

बातचीत स्रोत-

*एमबी ओझा –संभागीय आयुक्त– ग्वालियर संभाग..
*डॉ सुनील अग्रवाल–प्रेसिडेंट- मेडिकल टीचर्स एसोसिएशनर
*डॉ ए एस भल्ला –पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ima..

सरकारी डॉक्टर्स ने ये निर्णय लिए है.

GFX IN…..
• जयारोग्य अस्पताल और जिला अस्पताल में प्रशासन का हस्तक्षेप बर्दशत नही करेंगे,
• किसी भी प्रशासनिक अफसर का आदेश नही मानेंगे,
• प्रशासनिक अधिकरियों के साथ डॉक्टर्स किसी भी मंच को शेयर नही करेंगे,
• प्रशासनिक अफसरों का इलाज केवल सरकारी अस्पताल में करेंगे,
• प्रशासनिक अफसरों को सर नही कहेंगे,
• आईएमए, मेडिकल एसोसिएशन ओर जूनियर डॉक्टर्स ने लिया निर्णय,
• प्रशासनिक अधिकारियों का स्वस्थ्य सेवाओं में दखलदांजी से है नाराज,
• प्रशासन के अफसर जिला ओर जयारोग्य अस्पताल में करते है निरीक्षण।

GFX OUT….

Report..
जावेद खान

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Post Author: Javed Khan

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