यकीनन ये राह वो नहीं लग रही है जिस राह पर हिन्दू हृदय सम्राट बाला साहब ठाकरे अपनी पार्टी को ले जाना चाह रहे थे. ये राह एकदम अलग लग रही है, न सिर्फ मीडिया के एक बड़े वर्ग को बल्कि महाराष्ट्र के कई शिवसैनिको को भी. उद्धव ठाकरे जो बाला साहब की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं उन्होंने लिया है ऐसा फैसला जो महाराष्ट्र के हिन्दुओं ही नहीं बल्कि मुस्लिमो के लिए भी चौंकाने वाला है.
दोनों के मन में एक ही सवाल.. और वो सवाल है कि क्या सच में ऐसा कर दिया ? फिलहाल ताजा जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र में सरकारी स्कूल और कॉलेज में मुस्लमानों को 5 फीसदी आरक्षण दिए जाने को लेकर शिवसेना की उद्धव सरकार कैबिनेट ने हरी झंडी दे दी है। एनसीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक ने कहा कि जल्द ही इसे विधानसभा से पारित किया जाएगा.
इसी के साथ नवाब मलिक ने कहा कि निजी स्कूल-कॉलेजों में भी यह आरक्षण लागू करने के कानूनी पहलुओं पर विचार किया जा रहा है। इसके साथ ही उद्धव सरकार प्राइवेट संस्थाओं में नौकरी के लिए भी अध्यादेश लाकर कानून बनाने पर विचार कर रही है। यद्दपि भारतीय जनता पार्टी ने इस फैसले के विरोध का एलान किया है. भाजपा ने ये फैसला तुष्टिकरण को बढ़ावा देने वाला बताया है.
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