रिटायर्ड आईएएस सलीना सिंह ने पूर्व डिप्टी डायरेक्टर ममता पर करवाई एफ आई आर … क्या है पूरा मामला देखिए…

रिटायर्ड आईएएस सलीना सिंह ने पूर्व डिप्टी डायरेक्टर ममता पर करवाई एफ आई आर …
क्या है पूरा मामला देखिए…

रिटायर्ड IAS सलीना सिंह (61) ने महिला एवं बाल विकास विभाग की रिटायर्ड डिप्टी डायरेक्टर ममता पाठक के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। सलीना सिंह का दावा है, ममता पाठक ने फर्जी आधार बनवाकर उनके स्वर्गीय पति रिटायर्ड IAS एमके सिंह को अपना पति बताया है। उनके बैंक खाते (एफडी) से 53 लाख 70 हजार रुपए अपने खाते में ट्रांसफर कर लिए। फर्जी आधार लगाकर नगर निगम से एमके सिंह का डेथ सर्टिफिकेट भी ले लिया। बाद में उनकी प्रॉपर्टी की फर्जी वसीयत भी तैयार करा ली। कोलार पुलिस ने बुधवार रात ममता पाठक के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

बता दें कि सलीना सिंह पति एमके सिंह से अलग रह रही थीं। एमके सिंह का 14 मार्च 2022 को निधन हो गया था। उनके एक बेटा-बेटी हैं। बेटी डाक्टर महक सिंह लंदन में रहती हैं, जबकि बेटा मन्नत सिंह न्यूयार्क में रहते हैं।

सलीना सिंह पुत्री सुरेन्द्रपाल सिंह भोपाल में अरेरा कॉलोनी में E-7/691 में रहती हैं। वह एडिशनल चीफ सेक्रेटरी (ACS) के पद से रिटायर्ड हुई हैं। उन्होंने 15 जून 2022 को कोलार पुलिस को शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि ममता पाठक उनके पति एमके सिंह की संपत्ति हड़पना चाहती हैं। इसके लिए उसने ममता पाठक ने दो आधार बनवा रखे हैं। दोनों कार्ड 19 फरवरी 2021 को बनवाए गए हैं। इनमें एक आधार में ममता पाठक का ऐड्रस ‘सिद्ध गोपाल दानिश व्यू 1/86’ लिखा है। दूसरे में खुद को महेश कुमार सिंह की पत्नी बताते हुए ऐड्रस ‘दानिश हिल्स व्यू 1/75’ दर्ज कराया है। सलीना सिंह ने पुलिस को बताया कि दूसरा आधार फर्जी तरीके से बनवाया गया है। क्योंकि दोनों के फॉन्ट साइज में भी अंतर है। दूसरे कार्ड में नाम के बाद कोमा लगाया है।

फर्जी आधार से डेथ सर्टिफिकेट भी निकाला
सलीना सिंह का दावा है कि एमके सिंह के निधन के बाद ममता पाठक ने नगर निगम से फर्जी आधार और अन्य फर्जी दस्तावेजों के आधार पर डेथ सर्टिफिकेट भी निकाल लिया। डेथ सर्टिफिकेट प्राप्त करने का अधिकार पत्नी व बच्चों को ही होता है। फर्जी आधार का उपयोग कर एमके सिंह की बेटी महक सिंह, बेटा मन्नत सिंह के साथ धोखाधड़ी की गई है।

मौत के बाद वसीयत का रजिस्ट्रेशन
आरोप है कि ममता पाठक ने फर्जी वसीयतनामा तैयार किया। इसमें खुद को ममता पाठक (60) पुत्री स्व. सिद्धगोपाल पाठक बताया। वसीयतनामा का स्टांप पेपर 8 अक्टूबर 2021 को रात में 10 बजे प्राप्त किया गया, लेकिन इसका रजिस्ट्रेशन 23 मार्च 2022 को कराया गया, जबकि एमके सिंह की मौत 14 मार्च 2022 को हो चुकी थी। ऐसे में आधार और वसीयनामा दोनों फर्जी हैं। कोलार थाना प्रभारी चंद्रकांत पटेल ने बताया कि एमके सिंह का एड्रेस दानिश हिल्स व्यू 1/75 है, जबकि ममता पाठक का पता दानिश हिल्स व्यू 1/86 है। ममता पाठक ने 19 फरवरी 2021 को अपना आधार इसी पते पर बनवाया। इसमें मूल आधार में ममता पाठक पुत्री सिद्धगोपाल पाठक (एसजी पाठक) लिखा है। इसी मूल आधार में जालसाजी करते हुए ममता पाठक ने पति के नाम के आगे एमके सिंह लिख लिया, उनका पता भी 1/86 दानिश हिल्स व्यू लिख लिया।

मेमोरी कमजोर होने का उठाया फायदा
सलीना सिंह ने बताया कि एमके सिंह का स्वास्थ्य ठीक नहीं रहता था। उनकी याददाश्त भी कमजोर हो गई थी। लगातार शराब पीने की वजह से हाई बीपी, शुगर और लीवर सिरोसिस बीमारियों से पीड़ित हो गए थे। बाद में उन्हें कैंसर भी हो गया था। उनका लीवर ट्रांसप्लांट भी हुआ था। बीमारियों के कारण मानसिक रूप से अक्षम हो गए थे। डिप्रेशन में रहते थे। ममता पाठक ने इसी का फायदा उठाया।

डेढ़ करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी पर नजर
एमके सिंह के नाम से एलआईसी की पांच पाॅलिसी हैं। एक HDFC बैंक में एफडी, अलग-अलग बैंक में तीन खाते, 11 म्यूच्युअल फंड पॉलिसी और कई जगह जमीनें हैं। सलीना सिंह का कहना कि कई प्रॉपर्टी, बैंक अकाउंट का अभी पता नहीं है। अभी तक इन खातों में करीब डेढ़ करोड़ रुपए जमा होने की जानकारी सलीना सिंह को मिल चुकी है। कई बैंक खातों में जमा रकम का फिलहाल पता नहीं चल सका है।

चूनाभट्‌टी में भी दर्ज हो चुका ममता पर केस
ममता पाठक के खिलाफ चूनाभट्‌टी थाने में भी पूर्व में धोखाधड़ी की FIR दर्ज हो चुकी है। उनके खिलाफ आशीष अरोरा ने केस दर्ज कराया था। जानकारी के मुताबिक आशीष की कमर्शियल संपत्ति पॉवर ऑफ अटॉर्नी पर एमके सिंह ने ली थी। इसी बीच, एमके सिंह का निधन हो गया। इसके बाद आनन-फानन में ममता पाठक ने मई महीने में 1 करोड़ 11 लाख रुपए में प्रॉपर्टी मेसर्स मेघनम संस्था को बेच दी थी। अधिकारदाता आशीष को रुपए नहीं मिले, तो संपत्ति मालिक ने रुपए मांगे। इस पर ममता पाठक ने उन्हें दो चेक दिए। आशीष ने 20 जुलाई को 54 लाख का पहला चेक पेमेंट के लिए बैंक में लगाया, लेकिन ममता ने स्टॉप पेमेंट करवाकर चेक बाउंस करा दिए।

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Post Author: Javed Khan

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