107 पुरानी विरासत और संस्कृति को रखना होगा कायम : गोयल
ग्वालियर व्यापार मेला :
राज्य स्तरीय किसान मेला एवं पशु प्रतियोगिता का शुभारंभ
पांच दिवसीय मेले में आयोजित किए जाएंगे अनेक कार्यक्रम
ग्वालियर। ग्वालियर व्यापार मेला 107 साल पुरानी विरासत है। इसके पहले के और आज के स्वरूप में बहुत फर्क आ गया है। ऐसे में हम सभी को राजनीति से परे होकर इस विरासत और सांस्कृतिक धरोहर को कायम रखने के लिए मिलकर प्रयास करने होंगे। यह बात विधायक मुन्नालाल गोयल ने कही।
उन्होंने यह बात ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण एवं पशु पालन विभाग द्वारा पशु मेला परिसर में संयुक्त रूप से आयोजित पांच दिवसीय राज्य स्तरीय किसान मेला एवं पशु प्रतियोगिता के शुभारंभ समारोह में बतौर मुख्यअतिथि के कही।
उन्होंने कहा कि किसान एवं व्यापारियों की भावना है कि मेले की विरासत को आगे बढ़ाने का काम हो। इसलिए जरूरी हो जाता है कि पशु पालकों के आकर्षक के केंद्र इस मेले में अच्छी नस्ल के पशु आएं ताकि किसानों को उसका लाभ मिल सके।
उन्होंने कहा कि दो महीने के इस मेले को सालभर आकर्षण का केंद्र कैसे बनाया जाए इसके लिए हम सबको मिलकर चिंतन करना होगा और फिर सरकार से इसे अमलीजामा पहनाने का काम कराया जाएगा। इसके लिए व्यापारी वर्ग को चाहिए कि वे भी मेले की भव्यता को बढ़ाने के लिए मिलकर प्रयास करें और अपने महत्वपूर्ण सुझाव दें। क्योंकि पिछले 5-6 साल में मेले की भव्यता में जो कमी आई है उसे कैसे लौटाया जाए इसका ख्याल रख इस पर कार्य किया जा सके।
पशु चिकित्सा सेवा के संयुक्त संचालक डॉ. एएस तोमर ने स्वागत भाषण दिया। किसान कल्याण एवं कृषि विकास के संयुक्त संचालक एके बड़ोनिया ने विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि पशु मेले से किसानों को योजनाओं का लाभ मिलता है।
पशु चिकित्सा के उप संचालक डॉ. ओपी त्रिपाठी ने कहा कि पशु पालन से कृषक का परिवार चलता है। इसलिए जरूरी हो जाता है कि पशुधन की गुणवत्ता अच्छी हो। महेश मुदगल ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इससे पूर्व मुख्यअतिथि ने गौ पूजन कर पशु मेला का विधिवत शुभारंभ किया। ग्वालियर मेला व्यापारियों की ओर से महेश मुदगल, उमेश उप्पल, बब्बन सेंगर, अनिल पुनियानी, महेंद्र भदकारिया, बलबीर सिंह खटीक, कल्ली पंडित, कमल सिंह जादौन, राजकुमार जैन, व चंदन सिंह वैश ने मुख्यअतिथि का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. आर एम स्वामी ने तथा आभार व्यक्त मेला सचिव पीसी वर्मा ने किया।
पशु मेले में आज
पशु मेले में 27 दिसंबर गुरुवार को दोपहर एक बजे से गौवंशीय पशु प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी।