ग्वालियर । सूरत में हुए हादसे के बाद जिला प्रशासन शहर में संचालित कोचिंग संस्थान एवं कॉन्प्लेक्स पर लगातार कार्यवाही कर रहा है। बीते 3 दिन की कार्यवाही में अब तक 24 कोचिंग सेंटर सील किए जा चुके हैं।
जिला प्रशासन के द्वारा सुरक्षा के 13 मानकों पर खरे न उतरने वाले इन संस्थाओं पर यह कार्यवाही की गई है। जिला प्रशासन की टीम द्वारा लक्ष्मी बाई कॉलोनी में चौथे फ्लोर पर संचालित की जा रही आर.ए. क्लासेस पर पहुंची तो वहां क्लास रूम में अटैच्ड किचन के अंदर घरेलू गैस सिलेंडर मिला जिस पर तहसीलदार द्वारा आपत्ति जताई गई और कोचिंग सेंटर स्टाफ को फटकार भी लगाई इसके बाद कोचिंग संस्थान को सील कर दिया गया।
शहर के विभिन्न स्थानों में कोचिंग सेंटर के नाम पर कमाई सेंटर चलाए जा रहे हैं जो कि मोटी फीस लेकर भी सुरक्षा के इंतजाम नहीं उपलब्ध करा रहे हैं। शहर के थाटीपुर, लक्ष्मी बाई कॉलोनी, कंपू, रॉक्सी, गोले का मंदिर, मुरार जैसे क्षेत्रों में बड़े स्तर पर कोचिंग संस्थान संचालित हो रहे हैं लेकिन इन क्षेत्रों में छात्र-छात्राओं से मोटी रकम तो वसूल कर ली जाती है लेकिन सुरक्षा के मानकों की जब बात आती है तो संस्थान संचालक मौन हो जाते हैं। इन्हीं मांगों के ना होने के कारण ही गुजरात के सूरत शहर में 2 दर्जन से अधिक बच्चों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी।