कोरोना front warrior/—भोपाल जैसा सिस्टम gwalior में लागू करने की दरकार!

*ग्वालियर मीडिया यूनियन*
*कोरोना में खबर अपनों की*


सबसे पहले आज की इस लिखा पढ़ी में देरी के लिए खेद… पर वजह ही कुछ ऐसी थी कि कुछ किया नहीं जा सकता था और अपने हाथ में भी कुछ नहीं था.. *खैर… वो सब बाद में भी चर्चा हो सकती है*
✅ तो आज की शुरुआत मीडिया के तमाम साथियों को बधाई के साथ कि सरकार ने भले ही कुछ शर्तों में बांध कर पर मीडिया कर्मियों को कोरोना फ्रंट लाइन वर्कर तो मान ही लिया। हालांकि सरकार ने ऐलान किया है कि अधिमान्य जर्नलिस्ट ही इस दायरे में आएंगे इससे बाकी मीडिया कर्मी खासे नाराज हैं….नाराज़गी की वजह भी वाजिब है। अधिमान्यता की शर्तें बेहद टाइट कर दी गईं हैं। अखबारों के लिए इसका कोटा फिक्स है और मीडिया से जुड़े साथी काफी सारे हैं। इनकी परवाह भी सरकार को जल्द से जल्द करनी चाहिए। इलेक्ट्रानिक मीडिया के साथी अतुल सक्सेना कहते हैं…..मीडिया में नई उम्र के साथी भी खूब हैं और अधिमान्यता की शर्त में कुछ साल का अनुभव जरूरी कर रखा है। ऐसे में फिलहाल वे अधिमायन्ता ले नहीं सकते और मैदानी रिपोर्टिंग में खतरा सर पर मंडराता ही रहता है।
✅ सरकार के मीडिया को फ्रंट लाइन वर्कर घोषित किये जाने के बाद इंदौर भोपाल में इनके लिए पहले और समय पूरा होने पर दूसरे डोज़ का बंदोबस्त कर दिया गया है। कल 5 मई से यह प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। फ्रंट लाइन वर्कर्स के लिए उम्र का कोई बंधन नहीं रहता है। *ग्वालियर के साथियों को ऐसी व्यवस्था का इंतज़ार ही है* उम्मीद है प्रशासन जल्द इस दिशा में सोचेगा।
✅ प्रदेश टुडे के संपादकीय प्रभारी चन्द्रवेश पांडे के कजिन ब्रदर का मेहगांव में अल्पायु में निधन हो गया। इन्हें कोरोना पॉजिटिव पाये जाने के बाद हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया था। ईश्वर इन्हें यह दुख सहन करने की शक्ति दे। प्रदेश टुडे के ही जोश से भरपूर साथी कपिल शर्मा कोरोना को पटकनी देने के बाद फिर से कलम पकड़ फ्रंट में आ गए हैं। बधाई…. *छोटे बन्धु…बधाई*
✅ दैनिक भास्कर के सम्पादक भाई भगवान उपाध्याय विलिंगली अब भोपाल जा रहे हैं। ग्वालियर में पहले NE फिर RE का दायित्व सम्भाल चुके भगवान भाई भोपाल में अब नया काम संभालने वाले हैं। ग्वालियर भास्कर का जिम्मा धर्मेंद्र सिंह भदौरिया को दिया गया है। आप ग्वालियर के लिए और ग्वालियर आपके लिए नया नहीं है। भिंड के रहने वाले धर्मेंद्र भाई पत्रिका ग्वालियर में काम कर चुके हैं। दैनिक भास्कर में घुमन्तु संवाददाता के रूप में देश भर से कई स्टोरीज़ की। *आप दोनों साथियों को बधाई*
✅ग्वालियर के मंजे हुए साहित्यकार पत्रकार प्रकाश नारायण दीक्षित जी अब अपने बीच नहीं हैं। मुझे खूब याद है 90 के दशक में आपकी संपादकीय सांध्य समाचार अखबार की जान हुआ करती थी। एक एक शब्द करीने से टंका होता था। *आपको विनम्र नमन*
✅अब चिंता अपनों की। ग्वालियर के लोगों को कोरोना से बचाने के लिए दिन रात अपनी सीमित फोर्स के साथ प्लानिंग करने वाले पुलिस कप्तान अमित सांघी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वे आइसोलेशन में हैं। *आप जल्द सेहतमंद हों ऐसी प्रार्थना है* अब कुछ दिनों तक ग्वालियर जिले की पुलिस कप्तानी का जिम्मा बेहद कम उम्र और छोटे से करियर में IPS हितिका वासल के कंधों पर आ गया है। नया चैलेंज निश्चित तौर पर अनुभव को बढ़ाएगा।
✅अब देरी की वजह…..मेरी ताई जी 103 बरस की उम्र पूरी करने के बाद आज तड़के अनन्त यात्रा पर निकल गईं। खबर मिलते ही भागा भागा सागर जिले की तहसील रहली पहुंचा और वापस आया।
*बाकी सब खैरियत*
आप अपना और अपनों का बहुत बहुत ख्याल रखिए
*और कुछ करना चाहते हैं शेयर तो*
व्हाटसएप करें….
*94251-11001*

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