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*#अवैध मदिरा बरामद#*असली गुनहगार पर्दे के पीछे..पकड़े कौन..!
ग्वालियर। *#आबकारी आयुक्त मध्यप्रदेश, कलेक्टर ग्वालियर एवं असिस्टेंट कमिश्नर संदीप शर्मा के आदेशानुसार कोरोना लॉकडाऊन के दौरान शराब के अवैध बिक्रय, परिवहन की रोकथाम हेतु (मंगलवार) को ग्वालियर जिले के वृत डबरा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम चुरली में वृत प्रभारी मनीष द्विवेदी के नेतृत्व में दविश दी जाने 130 लीटर हाथभट्टी मदिरा, एक चलती हुई भट्टी, 1000 kg गुड़लाहन, 50 बड़े मटके को नष्टकर एक लावारिस प्रकरण कायम किया गया।
उक्त खेत में इस प्रकार की गतिविधियां होने से प्रकरण की विवेचना में इसके मालिक से पूछताछ की जायेगी। फौरी तौर पर यह खेत गांव के किसी जाट का बताया गया तथा उसके एवं लड़कों द्वारा ही मिलकर यह अवैध कारोबार किये जाने की पुष्टि होने पर गिरफ्तारी की जायेगी। उक्त मदिरा की अनुमानित कीमत रुपये 26000/- तथा लाहन रुपये 40000/- का आंकलित की गई। प्रकरण मध्यप्रदेश आबकारी एक्ट 1915 के तहत पंजीबद्ध किया गया ।*
● *#छापामार दबिश टीम में मुख्यआरक्षक शिवनंदन शर्मा, महेंद्रसिंह, अरविंद श्रीवास्तव, आरक्षक -चन्द्रशेखर पवार, सुनीलसिंह, पंकज शर्मा, सुरेन्द्र सोलंकी, छबिराज कदम, मथुरा बित्तल, बृजेश नागर, सुशील करगैया, शिवराज गुर्जर, उत्तम दीक्षित आदि शामिल थे।*
● *वृत डबरा प्रभारी मनीष द्विवेदी द्वारा बताया कि मुखबिर द्वारा 3-4 दिनों से सूचना दी जा रही थी कि गांव में कच्ची शराब के 2 केंद्र विकसित हो रहे है और वाहन चालक द्वारा दो दिन पूर्व मुखबिर के साथ जाकर स्थान को देखा गया था। उक्त कार्यवाही लॉक डाउन के कारण बंद हुई परंपरागत देशी, विदेशी मदिरा के स्थानापन्न/प्रतिस्थापन के रूप में तथा कच्ची हाथभट्टी मदिरा के कारण होने वाली स्वास्थ्य व भविष्य में राजस्व हानि रोकने के उद्देश्य से इस प्रकार की कार्यवाहियां निरंतर जारी है।*
उधर ग्वालियर में अंग्रेजी शराब की कालाबाजारी जारी है.. और जैसा सूत्रों का कहना है कि सिंडिकेट के जिम्मेदार लाइसेंसी दुकानदार ही अवैधानिक रूप से सीलबंद दुकानों की आड़ में शराब की बिक्री करवा रहे हैं ।इस तरह की छुटपुट अवैध शराब बेचते हुए असल सेठों के कारिंदे कुछ बोतलों के साथ पकड़े जाते हैं ..और मामला वहीं शांत हो जाता है..
इसी तरह एक बड़े कारोबारी के स्टेशन के पास की कॉलोनी के गोदाम में जो शराब कि एक दर्जन से ज्यादा पेटियां पकड़ी गई.. उस बारे में भी अभी पुलिस और आबकारी विभाग ने क्या एक्शन लिया है समझ से परे है..