ढोल बजाने वालों ने गली -गली, मोहल्ले मोहल्ले जाकर सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने का लिया संकल्प…
ग्वालियर.. यातायात जागरूकता एवं सड़क सुरक्षा अभियान के तहत अलख– सामाजिक एवं जन कल्याण समिति ग्वालियर द्वारा आयोजित किए जा रहे रोड सेफ्टी एडवोकेसी कार्यक्रम का आयोजन बहोड़ापुर क्षेत्र के किशन बाग आंगनबाड़ीी केंद्र के पास स्थित स्लम यानी झुग्गी झोपड़ी क्षेत्र के निवासियोंंंंऔर बच्चों के बीच जाकर किया गया… जिसमें यातायात के नियमों का पालन करने सहित यातायात के संकेतक चिन्हों की जानकारी उन्हींं की भाषा में संकेतक चिन्हों के माध्यम से दी गई…
रोड सेफ्टी एडवोकेसी कार्यक्रम के तहत अलग-अलग क्षेत्रों और सार्वजनिक स्थानों पर अलख- संस्था द्वारा मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवेज नई दिल्ली के सहयोग से यातायात जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है.. इस आयोजन में यातायात जागरूकता अभियान में किशन बाग क्षेत्र में रहने वाले करीब ढाई सौ परिवारों के उन बच्चों के बीच यातायात नियमों को सड़क सुरक्षा के उपायों की जानकारी दी गई जो कि कोरोना काल में पिछले 7 महीने से स्कूल नहीं जा पा रहे हैं ..
किशन बाग में रहने वाले करीब ढाई सौ परिवारों के लोग ढोल साज के रूप में पहचाने जाते हैं.. और ढोल बनाकर गली गली मोहल्ले मोहल्ले में जाकर अपनी आजीविका कमाते हैं … उन सब ने भी यातायात जागरुकता का संदेश पूरे शहर में फैलाने का संकल्प लिया है ..
किशन बाग के स्कूल छोड़ चुके बच्चों को साक्षर करने का अभियान संस्था के सहयोगी वॉलिंटियर्स के द्वारा किया जा रहा है ..इस यातायात जागरूकता के अभियान में विषय विशेषज्ञ के रूप में ओपी दीक्षित, शिक्षक बृजेश शुक्ला, वॉलिंटियर साहिल खान और ढोल बजाने वाले परिवारों के मुखिया मोहम्मद यूसुफ सहित अनेक लोग मौजूद थे…
अलख— संस्था के सचिव जावेद खान और प्रोजेक्ट प्रभारी गजेंद्र राजोरिया ने सभी उपस्थित स्थानीय निवासियों और लोगों को सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करने की शपथ दिलाई..
बाद में ट्रांसपोर्ट नगर में भी ट्रक चालकों और मिस्त्रीयों के बीच पहुंचकर यातायात जागरूकता का संदेश दिया गया.. ट्रक चालकों से शराब पीकर शराब ना चला जाने के संकल्प पत्र भी भरवाए गए…